जासूसी के आरोप में अमेरिका ने किया Huawei का बहिष्कार, यूरोप में मिलाजुला असर
हुआवेई के संस्थापक की बेटी को पहले ही कनाडा में गिरफ्तार किया जा चुका है और अमेरिका सुरक्षा मसलों को लेकर कंपनी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काली सूची में डालने की कोशिशों में लगी है.
चीन के लिए जासूसी के आरोपों में हुआवेई के एक अधिकारी की पोलैंड में गिरफ्तारी हुई है. इससे कंपनी को एक और झटका लगा है.
चीन के लिए जासूसी के आरोपों में हुआवेई के एक अधिकारी की पोलैंड में गिरफ्तारी हुई है. इससे कंपनी को एक और झटका लगा है.
हुआवेई के 5जी दूरसंचार उपकरणों के बहिष्कार के अमेरिकी आह्वान का यूरोप में मिलाजुला असर देखने को मिला है. चीन की प्रमुख कंपनी पर जासूसी के आरोपों से जहां कुछ देशों की सरकारों को कोई परेशानी नहीं है तो वहीं कुछ अन्य देश चीनी कंपनी पर पाबंदी के प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि चीन के लिए जासूसी के आरोपों में हुआवेई के एक अधिकारी की पोलैंड में गिरफ्तारी हुई है. इससे कंपनी को एक और झटका लगा है. स्थानीय मीडिया गिरफ्तारी अधिकारी को हुआवेई का निदेशक बता रहा है.
हुआवेई ने बताया कि उसने पोलैंड में गिरफ्तार अपने कर्मचारी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है और उसकी कथित गतिविधियों का कंपनी से कोई लेनादेना नहीं है.
TRENDING NOW
हुआवेई के संस्थापक की बेटी को पहले ही कनाडा में गिरफ्तार किया जा चुका है और अमेरिका सुरक्षा मसलों को लेकर कंपनी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काली सूची में डालने की कोशिशों में लगी है.
एशिया-हिन्द क्षेत्र के कई देशों ने हुआवेई को प्रतिबंधित करने के वाशिंगटन के आह्वान का पालन किया है लेकिन यूरोपीय देशों में स्थिति ज्यादा जटिल है. ऐसा हुआवेई की 5जी क्षमता के बेहतर होने के कारण भी है. विश्लेषकों के मुताबिक कंपनी की क्षमता स्वीडन की एरिक्सन, फिनलैंड की नोकिया और दक्षिण कोरिया की सैमसंग से कहीं ज्यादा बेहतर है.
पांचवीं पीढ़ी (5जी) की प्रौद्योगिकी कई महत्वपूर्ण तकनीकी बदलावों का वाहक बन सकती है. यह स्वचालित कारों सहित इंटरनेट ऑफ थिंग्स के अधिक विकास के क्रम में अहम हो सकता है. यही कारण है कि यूरोप इसे जल्द से जल्द लागू करना चाहता है.
फिच सॉल्यूशन्स में विश्लेषक डेक्स्टर थिलिएन ने बताया, “सेवा प्रदाताओं ने विकल्प तलाशे लेकिन उन्हें लगा कि 5जी के लिए हुआवेई की तकनीक ज्यादा नवोन्मेषी है और संभवत: बेहतर है.”
चीनी खुफिया एजेंसियों से कथित संबंधों के कारण हुआवेई पर निगरानी बढ़ी है और अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया एवं जापान ने अपने देश में कंपनी को 5जी इंटरनेट नेटवर्क तैयार करने से रोक दिया है. हालांकि यूरोप की बात करें तो पुर्तगाल की प्रमुख दूरसंचार प्रदाता कंपनी एमईओ ने चीनी कंपनी के साथ एक करार किया है. वहीं नॉर्वे में वर्तमान नेटवर्क के अधिकतर उपकरण हुआवेई के हैं लेकिन वह नेटवर्क की सुरक्षा को मजबूत करने के उपायों के बारे में सोच रहा है.
इसी बीच ब्रिटेन के रक्षा मंत्री गैविन विलियम्सन ने देश में हुआवेई द्वारा 5जी नेटवर्क उपलब्ध कराये जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. चेक गणराज्य ने भी कुछ इसी तरह की बात कही है.
जर्मनी भी प्रतिबंध को लागू करने के लिए वाशिंगटन के दबाव में है लेकिन देश की आईटी निगरानी करने वाली संस्था ने कहा कि उसे इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि हुआवेई अपने उपकरणों का इस्तेमाल जासूसी के काम के लिए कर सकती है.
05:10 PM IST